आनन्द बॉबी चावला ब्यूरो चीफ झांसी।
25 दिसंबर 2025
*शैक्षणिक उत्कृष्टता एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की एक नई उपलब्धि*
*शैक्षणिक उत्कृष्टता में केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय एक नए पायदान पर*
*65 छात्रों ने आईसीएआर-नेट तथा 45 ने एआरएस/एसएमएस/एसटीओ परीक्षाओं में हासिल की सफलता*
*झाँसी।* रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी ने शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विश्वविद्यालय के कृषि, उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयों के कुल 65 विद्यार्थियों ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर), नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण की है, जबकि 45 विद्यार्थियों ने एआरएस (कृषि अनुसंधान सेवा–प्रारंभिक), एसएमएस (विषय वस्तु विशेषज्ञ) एवं एसटीओ (वैज्ञानिक–विषय वस्तु अधिकारी) जैसी प्रतिष्ठित अखिल भारतीय स्तर की लिखित परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है।यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की सुदृढ़ अकादमिक व्यवस्था, अनुशासित शिक्षण प्रणाली तथा विद्यार्थियों की निरंतर मेहनत का सशक्त प्रमाण मानी जा रही है।
*कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने जताई प्रसन्नता*
इस उल्लेखनीय सफलता पर कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि
“यह उपलब्धि हमारे विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, शिक्षकों के समर्पित मार्गदर्शन तथा विश्वविद्यालय में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण अकादमिक वातावरण का प्रत्यक्ष प्रमाण है। अल्प समय में इतनी बड़ी संख्या में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता विश्वविद्यालय के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।”
कुलपति ने कहा कि यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि एक अपेक्षाकृत नव-स्थापित केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय द्वारा इस स्तर की सफलता अर्जित करना अपने आप में उल्लेखनीय है। उन्होंने सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई देते हुए शिक्षकों, विभागाध्यक्षों, महाविद्यालय अधिष्ठाताओं एवं निदेशक शिक्षा, जिनके समन्वयन में समस्त परास्नातक कार्यक्रम संचालित होते हैं, के योगदान की सराहना की।
*उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय का उत्कृष्ट प्रदर्शन*
उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सब्जी विज्ञान, फल विज्ञान, पुष्पोद्यानिकी एवं भूदृश्य कला, वन संवर्धन, कृषि वानिकी, वन उत्पाद एवं उपयोगिता तथा वन संसाधन प्रबंधन जैसे विषयों में आईसीएआर-नेट, एआरएस (प्रारंभिक) एवं एसटीओ परीक्षाओं में सफलता अर्जित की। एम.एससी. एवं पी.एच.डी. के अनेक विद्यार्थियों ने एक साथ नेट एवं एआरएस जैसी कठिन परीक्षाएँ उत्तीर्ण कर महाविद्यालय का गौरव बढ़ाया।
*कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बढ़ाया विश्वविद्यालय का मान*
कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने कृषि प्रसार, कीट विज्ञान, आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन, मृदा विज्ञान, पादप रोग विज्ञान तथा कृषि विज्ञान (एग्रोनॉमी) जैसे विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कई विद्यार्थियों ने नेट के साथ-साथ एआरएस (प्रारंभिक), एसएमएस एवं एसटीओ परीक्षाएँ भी उत्तीर्ण कीं, जो उनकी बहुआयामी तैयारी एवं विषयगत दक्षता को दर्शाता है।
अनुशासित शैक्षणिक व्यवस्था का प्रतिफल
कुलपति ने कहा कि यह सफलता विश्वविद्यालय में उपलब्ध शोध-आधारित शिक्षण, नियमित अकादमिक मार्गदर्शन तथा प्रतियोगी परीक्षा उन्मुख वातावरण का परिणाम है। विश्वविद्यालय भविष्य में भी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए तैयार करने हेतु विशेष प्रयास करता रहेगा।
अंत में कुलपति ने सभी सफल विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि
“ये विद्यार्थी आने वाले समय में देश की कृषि, अनुसंधान एवं विस्तार सेवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
आनन्द बॉबी चावला झांसी।
