रिपोर्ट भरतसिंह आर ठाकोर अरवल्ली गुजरात
*अटल नेतृत्व अविरत विकास गुजरात में सुशासन से स्टार्टअप्स को मिली नई ऊँचाई : SSIP 2.0 तथा i-Hub बने गेम चेंजर*
*स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी 2.0 : पिछले 4 वर्ष में राज्य सरकार द्वारा 1,543 स्टार्टअप्स को मिली सहायता*
*i-Hub के माध्यम से राज्य के लगभग 620 स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन, इनक्यूबेशन तथा सहायता मिली*
*स्टार्टअप क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण : WEstart पहल अंतर्गत 196 महिला-संचालित स्टार्टअप्स को सहायता*
*i-Hub में इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स द्वारा राज्य में लगभग 1,400 कुशल रोजगार का सृजन, इन स्टार्टअप्स की कुल मार्केट वैल्यू 3,500 करोड़ रुपए से भी अधिक*
*गुजरात सरकार की ओर से 15 लाख रुपए के अनुदान की सहायता से मनन बैटरीवाला ने स्थापित की ‘कीपसेक ऑटोमेशन’ कंपनी*
*गांधीनगर, 21 दिसंबर :* प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दृढ़तापूर्वक मानते हैं कि नवीन विचारों, टेक्नोलॉजी आधारित सॉल्यूशन्स तथा युवा उद्यमियों की शक्ति देश के सर्वांगीण विकास का आधार हैं और विकसित भारत@2047 के निर्माण में स्टार्टअप तथा इनोवेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस बात को आत्मसात करते हुए राज्य में स्टार्टअप को व्यापक प्रोत्साहन दिया है और राज्य में स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी 2.0 (SSIP 2.0) जैसी पहल के जरिये उद्यमिता क्षेत्र में सुशासन का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। आज गुजरात उद्यमिता के केन्द्र के रूप में उभरा है और लगातार चौथी बार स्टार्टअप रैंकिंग में अग्रसर बना है। इतना ही नहीं; केन्द्र सरकार के स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम में गुजरात देश में बेस्ट परफॉर्मर स्टेट है और राज्य में अनुमानित 16,700 स्टार्टअप कार्यरत हैं।गुजरात में उद्यमिता को प्रोत्साहन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “युवा अपना बिजनेस शुरू करें और अन्य लोगों के लिए रोजगार का माध्यम बनें; यह क्षमता स्टार्टअप में है। गुजरात ने एक इकोसिस्टम बनाया है, जिसमें WEstart तथा SSIP जैसे कार्यक्रम महिला उद्यमियों को सशक्त बनाते हैं।”
*गुजरात का मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम : SSIP 2.0 अंतर्गत विद्यालय स्तर से लेकर उच्च शिक्षा स्तर तक के विद्यार्थियों को मिलती है सर्वग्राही मेंटरशिप*युवाओं को इनोवेशन के लिए सक्षम आधार उपलब्ध हो; इसके लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पाँच वर्ष (2022-2027) के लिए स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी (SSIP 2.0) घोषित की है। इस पॉलिसी के तहत विद्यालय स्तर से लेकर उच्च शिक्षा स्तर तक के विद्यार्थियों को सृजनशीलता के पंख मिलें; इसके लिए उन्हें उचित मार्गदर्शन, प्रोत्साहन एवं वित्तीय सहायता दी जाती है।
*SSIP 2.0 अंतर्गत पिछले 4 वर्ष में 1,543 स्टार्टअप को राज्य सरकार ने दी सहायता*
उल्लेखनीय है कि SSIP 2.0 अंतर्गत कुल पाँच वर्ष के लिए 300 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जिसमें प्रति वर्ष 60 करोड़ रुपए का अनुदान आवंटित किया जाता है। इसमें से 30 करड़ रुपए तकनीकी शिक्षा के लिए, 12 करोड़ रुपए i-Hub के लिए, 10 करोड़ उच्च शिक्षा के लिए और 8 करोड़ रुपए स्कूल के लिए आवंटित किए जाते हैं। SSIP 2.0 अंतर्गत 5,684 इनोवेशन को राज्य की 339 संस्थाओं के माध्यम से PoC/प्रोटोटाइप बनाने और 2,296 IPR फाइल करने के लिए समर्थन दिया गया तथा PoC/फंड सपोर्ट अंतर्गत 32.38 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता प्रदान की गई है, तो पिछले 4 वर्ष में 1,543 स्टार्टअप्स को SSIP 2.0 अंतर्गत राज्य सरकार की सहायता प्राप्त हुई है।
*गुजरात स्टार्टअप एंड इनोवेशन हब (i-Hub) द्वारा लगभग 620 स्टार्टअप्स को सीधी सहायता मिली*स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी (SSIP) अंतर्गत गठित गुजरात स्टार्टअप एंड इनोवेशन हब (i-Hub) आज राज्य के इनोवेशन इकोसिस्टम का प्रमुख केन्द्र बन गया है। 5 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल द्वारा i-Hub के नए भव्य कैम्पस का लोकार्पण किया गया था। i-Hub राज्य में इनोवेशन तथा एंटरप्रिन्योरशिप के लिए कार्यरत सबसे बड़ी सुविधा है; जहाँ सिंगल विंडो सपोर्ट के माध्यम से कानूनी, वित्तीय, तकनीकी एवं योजना संबंधी मार्गदर्शन दिया जाता है। यह सुविधा प्रारंभिक चरण के इनोवेटर्स तथा स्टार्टअप्स को उनके विचारों को सफल उद्योगों के रूप में विकसित करने में सहायता करती है।
i-Hub का नया कैम्पस लगभग 1.5 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैला हुआ है, जो एक साथ लगभग 500 स्टार्टअप्स का समावेश कर सकता है। i-Hub द्वारा अब तक 620 स्टार्टअप्स को सीधी सहायता दी गई है और स्टार्टअप सृजन सीड सपोर्ट योजना अंतर्गत 402 स्टार्टअप्स को 23 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता प्रदान की गई है।
*गुजरात सरकार की ओर से 15 लाख रुपए का अनुदान प्राप्त कर मनन बैटरीवाला बने सफल उद्यमी*
i-Hub की सहायता से ‘कीपसेक ऑटोमेशन’ नामक बड़ी कंपनी स्थापित करने वाले श्री मनन बैटरीवाला कहते हैं, “मैंने अपनी यात्रा की शुरुआत एक फ्रीलांसर के रूप में की थी। उसमें से जब हमने एक कंपनी स्थापित करने का विचार किया, तब i-Hub ने हमें मार्गदर्शन दिया कि कंपनी किस तरह बनाई जाए, उसे आगे किस तरह ले जाया जाए। i-Hub ने कम्प्लायंस या लीगल किसी भी प्रकार की मदद के लिए भी सपोर्ट किया। इसके अतिरिक्त; i-Hub सेंटर की सहायता से हम कंपनी की पहचान स्थापित कर सके और हमने एग्जीबिशन मंच भी प्राप्त किया। आज हमारी कंपनी में 37 लोग काम कर रहे हैं। गुजरात सरकार की ओर से हमें कुल 15 लाख रुपए का अनुदान मिला है। इस सपोर्ट के कारण आज मैं एक सफल उद्यमी बना हूँ।”
*i-Hub के इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स द्वारा 1,400 कुशल रोजगार का सृजन हुआ*i-Hub के इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स द्वारा राज्य में लगभग 1,400 कुशल रोजगार का सृजन हुआ है, जबकि इन स्टार्टअप्स की कुल मार्केट वैल्यू लगभग 3,569 करोड़ रुपए तक पहुँची है। i-Hub के जरिये स्टार्टअप्स को विभिन्न वेंचर फंड्स द्वारा 416 करोड़ रुपए से अधिक का निजी फंड उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ; i-Hub ने 20 से अधिक जिलों में हब-एंड-स्पोक मॉडल द्वारा पहुँच बढ़ाई है और 4 लाख से अधिक युवाओं को स्टार्टअप तथा इनोवेशन के विषय में जागृत किया है।
*WEstart : महिलाओं को स्टार्टअप क्षेत्र में सशक्त बनाने वाली महत्वपूर्ण पहल*स्टार्टअप क्षेत्र में महिलाओं के समावेश के लिए शुरू की गई WEstart पहल के तहत 196 महिला संचालित स्टार्टअप्स को सहायता दी गई है, जो कुल सपोर्टेड स्टार्टअप्स का लगभग 30 प्रतिशत है। राज्य में स्टार्टअप तथा इनोवेशन क्षेत्र को अधिक मजबूत बनाने के लिए अहमदाबाद में कार्यरत i-Hub के बाद अब आगामी एक वर्ष में वडोदरा, सूरत, राजकोट तथा मेहसाणा में चार नए सेंटर शुरू किए जाएंगे। स्टार्टअप का यह मजबूत इकोसिस्टम ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ के विजन में भी उल्लेखनीय योगदान देगा।




