विनोद कुमार पांडे ब्यूरो चीफ
चिरमिरी में एनआरआई चंद्रकांत पटेल का कंबल वितरण कार्यक्रम विवादों में कई जरूरतमंदों को नहीं मिला कंबल, बुजुर्ग महिलाओं का गुस्सा फूटा लाभ से वंचित महिलाओं ने उतारा चंद्रकांत पटेल पर गुस्सा कहा गरीबों को बुलाकर मजाक उड़ाता है या जब देना था तो सबको देना था और देने का हैसियत नहीं था तो क्यों इतनी भीड़ी ईखट्टा कराया लिस्ट टांग देना था इतने ही लोग को मिलेगा सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए और गरीबों का मजाक उड़ाने के लिए यह कंबल वितरण किया जाता है क्या इतने बड़े अमेरिका के आदमी चंद्रकांत पटेल क्या और 50 लोगों को कंबल वितरण नहीं कर सकते थे क्याचिरमिरी। 29 नवंबर 2025।
चिरमिरी बड़ी बाजार दुर्गा पंडाल, थाना परिसर के सामने प्रतिवर्ष की परंपरा के तहत अमेरिका से आए एनआरआई चंद्रकांत पटेल के द्वारा इस वर्ष भी कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम स्वर्गीय कुंवर बेन पटेल के 1000वीं जन्म शताब्दी वर्ष पर विशेष रूप से रखा गया, जिसमें चिरमिरी के महापौर सहित कई गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
लेकिन इस बार आयोजन विवादों के केंद्र में रहा। कई घंटों ठंड में बैठे 60–70 वर्ष तक की बुजुर्ग महिलाएं, गरीब परिवार और दूरदराज़ वार्डों—
कोरिया , गोला पानी, डोमन हिल, बड़ी बाजार, हल्दीबाड़ी से आए लोग कंबल मिलने की उम्मीद में कई घंटे इंतज़ार करते रहे। कुछ लोगों को कंबल मिले, लेकिन कई वास्तविक जरूरतमंद खाली हाथ लौट गए।
नाराज़ महिलाओं ने कहा—“हम कई घंटे से इंतजार में ठंड पर बैठे राह देखते रहे, लेकिन हमें नहीं मिला।” कंबल
“जब सबको नहीं देना था तो इतनी भीड़ क्यों बुलाई?”
“PWD ऑफिस के द्वार पर इंतज़ार करते रहे, पर वितरण बंद कर दिया गया।”
“जरूरतमंदों का मज़ाक उड़ाया गया।”
करीब 30 से 40 लोग लाभ से वंचित रह गए।
कार्यक्रम समाप्त होते ही बुजुर्ग महिलाएँ और गरीब परिवार मायूस होकर वापस लौटते दिखे।
लोगों ने यह भी कहा कि यदि कंबल सीमित थे, तो पहले से उचित सूची और व्यवस्था बनाई जानी चाहिए थी ताकि भीड़ न उमड़े और जरूरतमंदों की उम्मीद टूटने से बचती।
प्रति वर्ष होने वाले इस कंबल वितरण कार्यक्रम में इस वर्ष की अव्यवस्था के कारण शहर में काफी नाराज़गी और चर्चा बनी हुई ह कई गरीबों जरूरतमंदों को बिना कंबल वितरण के लाभ से जाना पड़ा निराशा घर और चंद्रकांत पटेल पर उतर गुस्सा उन्होंने नहीं मिलने पर काबल
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