कापसी में कार्तिक भोर कीर्तन का दिव्य समापन, महाप्रसाद वितरण।
पत्रकार स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
भक्ति, आस्था और सामुदायिक एकता का प्रतीक कार्तिक माह का भोर कीर्तन महोत्सव कापसी गांव में श्रद्धापूर्वक संपन्न हुआ। पूरे एक माह तक गांव के चौक-चौराहों पर सुबह की बेला में गूंजने वाले हरिनाम संकीर्तन का यह समापन समारोह अत्यंत भव्य रहा, जिसमें महाप्रसाद वितरण का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्तिक माह की शुरुआत से ही कापसी के ग्रामीणों ने मिलकर प्रतिदिन भोर कीर्तन में पूरे गांव का भ्रमण किया, जिससे पूरे गांव में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार बना रहा। समापन के अवसर पर ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से इस पूरे आयोजन की सफलता पर खुशी व्यक्त की।
पूरे एक माह भोर कीर्तन के दौरान एकत्रित किए गए चावल और दाल को ग्रामीणों ने मिलकर सामुदायिक भावना के साथ विशाल मात्रा में बनाया।
गांव की महिलाओं और पुरुषों ने एकजुट होकर महाप्रसाद बनाने की प्रक्रिया में भाग लिया, जो आपसी सहयोग और भाईचारे का उत्कृष्ट उदाहरण बना।
महाप्रसाद को पूरे गांव के ग्रामीणों में वितरित किया गया। इसे ग्रहण कर सभी ग्रामीणों ने पुण्य लाभ कमाया और इस धार्मिक आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न करने पर संतोष व्यक्त किया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि इसने कापसी के लोगों को एक सूत्र में बांधने और सामुदायिक सहयोग की भावना को मजबूत करने का काम भी किया। गांव के बुजुर्गों ने इस परंपरा को भविष्य में भी इसी उत्साह के साथ जारी रखने का संकल्प लिया।
इस आयोजन को सफल बनाने में ग्रामीण मनमथ मंडल, कार्तिक सरकार, अर्पण चक्रवर्ती, स्मृति राय शांति घोष, सुशील पाल लालू बाछाड सहित समस्त ग्रामवासियों का योगदान रहा।
