मौसम के बदलते मिजाज से किसानों की बढ़ी चिंता, धान की फसल पर मंडराया कीट प्रकोप का खतरा।
पत्रकार स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
परलकोट क्षेत्र में मौसम के अचानक आए बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर धान की फसल पर अब कीटों के प्रकोप का खतरा मंडराने लगा है। बेमौसम बारिश या तापमान में आए उतार-चढ़ाव के कारण फसलों में रोग लगने की आशंका बढ़ गई है, जिससे किसानों को बड़े नुकसान का डर सता रहा है।
किसानों ने शुरू किया कीटनाशक का छिड़काव
स्थिति को देखते हुए, क्षेत्र के किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर जुट गए हैं। धान की खड़ी फसल पर कीटों का हमला रोकने और संभावित क्षति को कम करने के उद्देश्य से किसान कीटनाशकों का व्यापक छिड़काव कर रहे हैं। कृषि विशेषज्ञ भी किसानों को सलाह दे रहे हैं कि वे रोगग्रस्त पौधों को पहचान कर तुरंत नियंत्रण के उपाय करें और सही कीटनाशक की मात्रा का इस्तेमाल करें।
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान मौसम फसलों में तनाव पैदा कर रहा है, जिससे कीटों के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है। उन्होंने किसानों से नियमित रूप से अपनी फसलों का निरीक्षण करने और किसी भी प्रकार के लक्षण दिखते ही स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क कर उचित मार्गदर्शन लेने की अपील की है।
सरकार और कृषि विभाग इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और किसानों को आवश्यक सहायता तथा जानकारी उपलब्ध कराने की बात कह रहे हैं। फिलहाल, किसान दिन-रात मेहनत करके अपनी मेहनत की फसल को बचाने की कवायद में लगे हुए हैं।
