श्रावण मास पूर्णिमा को बाबा सुनासीर नाथ का हुआ भव्य श्रृंगार शिव भक्तों का उमड़ा जनसैलाब।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई
9415707425
मल्लावा हरदोई मल्लावां से 3 किलोमीटर दक्षिण दिशा में विराजमान सुप्रसिद्ध शिव मंदिर बाबा सुनासीर नाथ धाम में श्रावण मास मेला सम्पन्न हुआ रक्षाबंधन पूर्णिमा पर बाबा का भव्य श्रंगार किया जाता है पूरे सावन मास का शिव भक्तों का अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन ही संपन्न होता है । एक माह से चल रहे कांवड़ यात्रा शिव भक्तों द्वारा कई लाख श्रद्धालुओं ने बाबा सुनासीर नाथ धाम शिवलिंग पर गंगा नदी में स्नान करके जलाभिषेक करते है यह मेला पूरे भारत वर्ष एवं देश विदेश में विख्यात है इस शिवलिंग को स्वयं इंद्र भगवान के द्वारा स्थापित किया गया था। एक बार मुगल साम्राज्य में औरंगजेब नाम का आता ताई दरिंदा बाबा सुनासीर नाथ मंदिर पर आक्रमण किया था। अपनी फौज द्वारा शिवलिंग को नष्ट करने हेतु खुदाई करवाई थी जब शिवलिंग का अंत नहीं मिला तो आरा चलवाया था। वह प्रमाण आज भी मौजूद है भगवान शिव ने अपनी पीड़ा को सहन करते रहे लेकिन निर्दयी औरंगज़ेब ने हार नहीं मानीशिवलिंग को नष्ट करने के लिए तमाम प्रकार के उपाय किए लेकिन भगवान भोलेनाथ उस पीड़ा को सहते रहे आरा चलाने के उपरांत सर्वप्रथम चेतावनी देते हुए दूध की धार निकली फिर खून की धार निकली भोलेनाथ ने थोड़ा रौद्र रूप दिखाते हुए सांप बिच्छू विषैले निकाले लेकिन निर्दयी ने हार नहीं मानी फिर पीले पीले बर्र का आवाहन किया। फिर भी नहीं माना और शिवलिंग पर प्रहार करता रहा भोलेनाथ ने अपनी शक्ति से ततैइया निकाली जब ततैइया निकलने पर फौज के शरीर में काटने लगी तो फौज घबराने लगी और शिवलिंग से दूर हटने लगी
इसी दौरान उत्तेजित होकर औरंगजेब ने हथोड़ा उठाकर अपने बल का प्रयोग करते हुए दो हथोड़ा शिवलिंग पर क्रोधित होकर के प्रहार किये जो आज भी शिवलिंग पर प्रमाणित है किसी प्रकार का जब कोई जोर नहीं चला तो निर्दयी औरंगज़ेब खंडित शिवलिंग को छोड़कर भागने लगा और ततैइयों ने पूरी सेना पर आक्रमण कर दिया कुछ दूर पूरब दिशा की ओर चलकर ततैइयों ने पीछा करना बंद किया तो वहीं पर निर्दयी औरंगजेब ने बोला शुक्र अल्लाह उसी जगह पर सुकरौला नाम से गांव को आज भी जाना जाता है आगे बढ़कर बोला खैर हुआ वहां पर खैरूद्दीन पुर के नाम से गांव जाना जाता है कुछ आगे चलकर रास्ता भटक जाता है तो वहां पर भूल भवानीपुर के नाम से गांव को जाना जाता है । आगे तपनोर होते हुए कन्नौज के मार्ग से निर्दयी औरंगजेब फिर दिल्ली को प्रस्थान कर गया। इस तरह से बाबा सुनासीर नाथ धाम पर धीरे धीरे श्रधालुओं का आवागमन बढ़ता गया आज बाबा सुनासीर नाथ धाम पर लाखों की संख्या में कांवड़ियां दर्शन करने आते हैं और पूरे श्रावण मास मेला लगा रहता है। आज पूर्णिमा के दिन मंदिर समिति के आवाहन पर झांकी लीला का मंचन किया गया है जिसमें बाहर से आए सुप्रसिद्ध कलाकारों ने श्री गणेश जी का आवाहन कर क्षेत्रीय विधायक आशीष सिंह आशु ने श्री गणेश भगवान की आरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
समिति द्वारा मुख्य अतिथि को सम्मानित किया गया। विधायक ने सभी कार्य सेवकों को शिव पट पहनाकर सम्मानित किया। समिति के अध्यक्ष अभय शंकर शुक्ल ने सभी कार्य सेवकों द्वारा एक माह की जुम्मेदारी निभाने पर आभार व्यक्त किया। एवं भास्कर मिश्रा द्वारा फरवरी माह 20/25 से लेकर पूर्णिमा तक का आय व्यय का पूरा हिशाब मंच से जनमानस के सामने एनाउंस मेंट किया गया। जिसमें भक्तों द्वारा आई सहयोग धन राशि का खुलासा किया गया ।कलाकारों ने शिव सती लीला प्रस्तुत कर भक्तो का मन मोह लिया। समिति के अध्यक्ष अभय शंकर शुक्ल द्वारा क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों द्वारा मंदिर पर कराए गए विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। अध्यक्ष द्वारा हरदोई जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक एवं मीडिया बंधुओं की प्रशंसा कर सम्मानित किया गया। एवं एक मांह का मेला संपन्न कराने में पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त कर प्रसंशा की। इस मौके पर समिति के पदाधिकारी आचार्य गण एवं लाखों की संख्या में उपस्थित शिव भक्तों का आभार व्यक्त कर कहा कि यदि मेरे किसी भी सदस्य द्वारा किसी को आत्मग्लानि हुई हो तो मैं अध्यक्ष होने के नाते से क्षमा प्रार्थी हूं। श्री शुक्ल ने यह भी कहा कि जल्द ही समिति का विस्तार किया जाएगा जिसमें मंदिर सीमा अंतर्गत आने वाेले गांवों से सेवा हेतु सदस्यों का चयन किया जाएगा। झांकी का कार्यक्रम भक्ति भाव से जुड़े प्रसंगों का समय-समय पर स्तुति की गई।