नल्लापू तिरुपति.
फ़ोन नंबर:-9701617770,
लोकेशन:- रामागुंडम.
दिनांक:-15-07-2025,
पुलिस आयुक्त रामगुंडम का कार्यालय,
रामगुंडम
दिनांक: 15.07.2025
प्रेस विज्ञप्ति
रामगुंडम के पुलिस आयुक्त श्री अंबर किशोर झा, आईपीएस के समक्ष माओवादी राज्य समिति सदस्य और DCM का आत्मसमर्पण
• चार दशकों तक CPI माओवादी संगठन में कार्य कर चुके वरिष्ठ माओवादी नेता आत्रम लच्छन्ना (SCM) और चौधरी आंकुभाई (DCM) ने आत्मसमर्पण किया।• अदिलाबाद और करीमनगर जिलों में छिपे माओवादी सदस्यों से अपील की जाती है कि वे अपने गांव लौट आएं।
• आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक माओवादी को तेलंगाना सरकार द्वारा संचालित पुनर्वास योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा।
मंगलवार दिनांक 15.07.2025 को प्रतिबंधित CPI माओवादी पार्टी के दो वरिष्ठ भूमिगत नेताओं ने रामगुंडम कमिश्नरेट पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। तेलंगाना सरकार और पुलिस विभाग द्वारा जनता को दी जा रही विभिन्न सहायता योजनाओं और आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के प्रति अपनाए गए सहानुभूतिपूर्ण रवैये से प्रेरित होकर, वे अपने परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन जीने का निर्णय लेते हुए, पुलिस आयुक्त रामगुंडम के समक्ष कमिश्नरेट कार्यालय में आत्मसमर्पण किए।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी सदस्यों का विवरण:1. आत्रम लच्छन्ना @ गोपन्ना @ राजप्पा, पिता का नाम: भीमैय्या, आयु: 65 वर्ष, जाति: अनुसूचित जनजाति (मन्ने), मूल निवासी: पारपल्ली गांव, कोटपल्ली मंडल, मंचिरियाल जिला, तेलंगाना राज्य। पद: राज्य समिति सदस्य (SCM), प्रभारी डिविजनल टेक्निकल टीम, नॉर्थ बस्तर DVC, छत्तीसगढ़।
इन्होंने 1983 में CPI (ML) PW में दल सदस्य के रूप में प्रवेश किया और चेनूर दल में कार्य किया। 1988 में एरिया कमेटी सदस्य बने और सिरीपुर दल के डिप्टी कमांडर के रूप में सेवा दी। 1989 में चौधरी आंकुभाई @ अनिता को विवाह किया। 1995 में पार्टी ने इन्हें तकनीकी विभाग में स्थानांतरित कर शहरी क्षेत्र में भेजा। 2002 में इन्हें DCM के रूप में पदोन्नति मिली और DK SZC के तकनीकी विभाग में तैनात किए गए। 2007 में नॉर्थ बस्तर DVC के तकनीकी विभाग के प्रभारी बनाए गए। 2023 में इन्हें DK SZCM के रूप में पदोन्नति मिली। आत्मसमर्पण तक वे वहीं कार्यरत थे। तेलंगाना के विभिन्न जिलों में इनके विरुद्ध कुल 35 मामले दर्ज हैं।
2. चौधरी आंकुभाई @ अनिता @ लक्ष्मी, पत्नी: आत्रम लच्छन्ना @ गोपन्ना, आयु: 55 वर्ष, जाति: पिछड़ी जाति (आरे), मूल निवासी: अगरगुड़ा गांव, बेज्जूर मंडल, कोमराम भीम आसिफाबाद जिला, तेलंगाना राज्य। पद: DCM, डिविजनल टेक्निकल टीम, नॉर्थ बस्तर DVC, छत्तीसगढ़।अनिता ने 1988 में अपने भाई चौधरी चिन्नन्ना के प्रोत्साहन से CPI (ML) PW में दल सदस्य के रूप में प्रवेश किया और सिरीपुर दल में कार्य किया। इसी दौरान सिरीपुर दल के डिप्टी कमांडर आत्रम लच्छन्ना से विवाह हुआ। 1995 तक उन्होंने सिरीपुर दल में कार्य किया और फिर अपने पति के साथ शहरी क्षेत्र में स्थानांतरित हुईं। 2002 में ACM के रूप में पदोन्नति प्राप्त कर DK SZC के तकनीकी विभाग में पति के साथ स्थानांतरित हुईं। 2007 में नॉर्थ बस्तर DVC के तकनीकी विभाग में स्थानांतरित हुईं। आत्मसमर्पण तक वहीं DCM के रूप में कार्यरत थीं। इनके विरुद्ध कोमराम भीम आसिफाबाद जिले में कुल 14 मामले दर्ज हैं।
"अपने गांव लौट आइए! माओवादियों को पुलिस का आमंत्रण!!"● रामगुंडम कमिश्नरेट पुलिस विभाग की ओर से सभी भूमिगत माओवादियों से अपील की जाती है कि वे मुख्यधारा में लौट आएं। तेलंगाना माओवादी सदस्यों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने गांव लौटकर तेलंगाना की प्रगति में भाग लें।
● जो भूमिगत माओवादी अपने गांव लौटते हैं, उन्हें तेलंगाना सरकार की ओर से दी जाने वाली पुनर्वास योजनाओं और अन्य सहायता सेवाओं का लाभ मिलेगा। सरकार उन्हें आत्मनिर्भर जीवन के लिए आवश्यक हर प्रकार की सहायता प्रदान करेगी।
● आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को जीविकोपार्जन और पुनर्वास हेतु सरकार की ओर से सभी प्रोत्साहन और लाभ प्रदान किए जाएंगे — इसका पुलिस विभाग पूर्ण आश्वासन देता है।
जनसंगठनों की आड़ में षड्यंत्र
● कुछ लोग जनसंगठनों की आड़ में शांति और सुरक्षा व्यवस्था को बाधित करने वाले कार्य कर रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों पर पुलिस की निगरानी है। यदि वे शांति व्यवस्था में बाधा डालते हैं तो उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। युवा और जनता को ऐसे तत्वों से दूर रहना चाहिए।
माओवाद से दूर हो रही युवा पीढ़ी
● आज की युवा पीढ़ी जागरूक है और गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रह रही है। माओवादी संगठन में भर्ती पूरी तरह से रुक चुकी है। पढ़ने वाले छात्र माओवादी संगठन में नहीं जा रहे हैं।
समाप्त हो चुका है माओवाद का युग
● आज के विश्व में माओवाद एक कालातीत विचारधारा बन चुका है। हिंसा को बढ़ावा देने वाले इस विचार को जनता ने खारिज कर दिया है। दुनिया के कई देशों में यह विचारधारा लुप्त हो चुकी है।
"लड़ाई नहीं – गांव की मिट्टी प्यारी है!!"
"हथियार और अज्ञातवास छोड़िए!! – जनजीवन की मुख्यधारा से जुड़िए!!"
इस प्रेस मीट में मंचिरियाल डीसीपी भास्कर IPS, एडीसीपी (प्रशासन) सी. राजू, जयपुर एसीपी वेंकटेश्वरलु, स्पेशल ब्रांच एसीपी मल्लारेड्डी, चेन्नूर ग्रामीण सीआई बंसीलाल, स्पेशल ब्रांच इंस्पेक्टर राजेन्द्र प्रसाद, कोटपल्ली एसआई राजेन्द्र, नीलवायी एसआई श्याम पटेल, अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
अगर आप इस अनुवाद को पीडीएफ, प्रेस रिलीज़ फ़ॉर्मेट या किसी अन्य शैली में चाहते हैं तो मैं उसमें भी मदद कर सकता हूँ।