पूरालाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 20 दिन से बंद, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओ पर संकट, डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्डबॉय किसी की भी नही है तैनाती
हुबलाल यादव (जौनपुर)
जनपद जौनपुर के महराजगंज क्षेत्र के पूरालाल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पिछले 20 दिनों से बंद पड़ा है। डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्डबॉय किसी की तैनाती न होने के कारण यहां कोई भी चिकित्सा सेवा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इससे आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि पहले यहां एक फार्मासिष्ट राकेश कुमार और एक स्वीपर राजकुमार अस्पताल पर आकर घंटे दो घंटे आते रहे परन्तु करीब बीस दिन से अइस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का ताला ही नही खुल रहा है अस्पताल बंद होने से गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को इलाज के लिए 10-15 किलोमीटर दूर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या निजी क्लीनिक जाना पड़ रहा है। इससे समय और पैसों दोनों का नुकसान हो रहा है।
क्षेत्र के सभाजीत यादव अमित कुमार मंगरू हरिश्चन्द सुरेन्द्र सिंह ने बताया डेढ वर्ष पहले यह पीएचसी वर्षो लावारिस हो बंद पडी रही उसी समय अस्पताल के खिड़की दरवाजे सब अराजकतत्वो द्वारा तोड फोड कर डाले गये लगातार मांग के बाद विभाग ने क्षेत्र के ही एक फार्मासिष्ट राकेश कुमार की न्यूक्ति की थी तैनात फार्मासिष्ट अराजक तत्वो से परेशान हो तबादला करा कर पीएचसी लोहिन्दा पर चले गये तभी से पूरालाल पीएचसी पर ताला लटक रहा है | गांव के अमित धर्मेन्द ने बताया कि रविवार के दिन स्वास्थ्य मेला लगता था दो सप्ताह से आरोग्य मेला भी बंद है जिस कारण उन्हे दवा नही मिल सकी | ग्रामीणो का कहना है कि गरीब जनता को मजबूरी में महंगे निजी अस्पतालों पर जाना पड़ रहा है। गरीब परिवारों के लिए यह बहुत बड़ी समस्या है।"स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बीस दिनों से बंद अस्पताल पर किसी भी वैकल्पिक व्यवस्था का न होना विभाग की गंभीर उदासीनता को दर्शाता है। लोगो ने मांग की है कि कि तुरंत डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्डबॉय की तैनाती कर स्वास्थ्य केंद्र को चालू किया जाए।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी महराजगंज सीएचसी अधीक्षक डा० राजेन्द्र प्रसाद का कहना है कि चिकित्सक और फार्मासिष्ट नही है मौजूदा समय एक स्वीपर राजकुमार की तैनाती है विभाग से डाक्टर और फार्मासिष्ट की मांग की गयी है |वैकल्पिक व्यवस्था के लिए ट्रेनिंग डाक्टर की शीध्र तैनाती की जायेगी |