*प्रसव दौरान महिला की हुई मौत परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लगाया आरोप*।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई
*संडीला/हरदोई* संडीला नगर के इमलिया बाग बेनीगंज रोड पर स्थित अपोलो अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर में गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान मौत हों गई।परिजनों ने गलत इलाज का लगाया आरोप मौत के बाद अस्पताल का स्टाफ व डॉक्टर सहित सभी लोग अस्पताल छोड़कर भाग निकले अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के बिना डिग्री धारक डॉक्टर के हीं चल रहा था। परिजनों ने बताया तीन झोलाछाप लोगों की पार्टनरशिप में चल रहा था। पार्टनरशिप डॉoविवेक पाल,डॉoसुशील यादव,डॉo सद्दाम हुसैन परिजनों ने बताया मृतिका का नाम वंदना देवी पत्नी सचिन कुमार 24 वर्षीय निवासी कासिमपुर थाना क्षेत्र के बनताला खेड़ा पोस्ट बड़गांव मार्डर रोड की रहने वाली थी। जिसकी डिलीवरी का समय हो चुका था उसको संडीला के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जिस पर डॉक्टरों ने लगभग ₹25000 जमा कराये। उसके बाद ऑपरेशन की तैयारी की। उन्होंने यह भी बताया कि हालत ऑपरेशन के ही दौरान बिगड़ने लगी थी। जिस पर परिवार वालों को अस्पताल के स्टाफ द्वारा कहा गया कि आप लोग परेशान ना हो सब ठीक है। गलत इलाज के कारण एक महिला की जान चली गई जिसकी सूचना पुलिस को मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अपनी कानूनी प्रतिक्रिया पूर्ण की। परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है और अस्पताल को बंद कराने की मांग की है। इससे पहले भी संडीला में झोलाछाप की भरमार के बारे में अवगत कराया गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की नाकामी आए दिन देखने को मिल रही है। जिससे आए दिन यह बड़ी घटनाएं घटित हो रही हैं। क्योंकि संडीला तहसील के अंतर्गत जितने भी हॉस्पिटल खुलें है उनमें डिग्री धारक डॉक्टर नहीं बैठे हुए हैं। इन सभी हॉस्पिटलों में,डी फार्मा,डीपीटी,डी आर अक्स,ओटी टेक्नीशियन,लैब टेक्नीशियन,जैसे लोग किसी डिग्री धारक डॉक्टर की डिग्री लगाकर रजिस्ट्रेशन करा कर। फर्जी तरीके से अस्पताल चला रहे हैं। लेकिन आए दिन खबर को प्रकाशित करने से भी स्वास्थ्य विभाग की आंखें नहीं खुल रही हैं। सूत्रों की माने तो सारा खेल पैसे का है। जब कभी बड़ी घटना घटती है तो उसमें फर्जी दस्तावेज लगाकर कुछ दिनों के लिए हॉस्पिटल बंद कर दिया जाता है उसके बाद सुचार रूप से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उसको खोलकर फिर से दूसरे की जान से खिलवाड़ करने की अनुमति दे देते हैं। बड़ी निंदनीय घटना है ऐसे फर्जी डॉक्टरों को यह भय नहीं है कि हमारे जिले के डिप्टी सीएम मां,बृजेश पाठक स्वास्थ्य मंत्री हैं वहीं पर लोग पैसे की दम पर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अब देखना क्या होगा कि इस पर सरकार द्वारा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई होती है या नहीं होती है।