सरकार की बदइंतजामी से मंडियों में ना गेहूं की फसल का उठान और ना ही किसान की फसल का भुगतान : विक्रम कसाना
गेहूं उठान ठेकेदार का ठेका तुरंत रद्द करके उसे ब्लैकलिस्ट किया जाये
रिपोर्ट मोहित गुलाटी
कैथल, 1 मई : भारतीय किसान यूनियन चढूनी के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में सैकड़ों किसान मार्किट कमेटी कैथल कार्यालय मे पहुंचे। वहा पर कमेटी कार्यालय के बाहर किसानों ने मंडी से उठान ना होने को लेकर प्रशासन व ठेकेदार के जमकर नारेबाज़ी की।उसके बाद युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना व जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम अजय सिंह को जिला उपायुक्त कैथल के नाम ज्ञापन सौपा।युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो गई थी लेकिन आज एक महीना बीत जाने पर भी गेहूं उठान ना होने को लेकर अभी तक किसानों के खाते मे पैसे नही आये है। भाकियू (चढूनी) सरकार से मांग करती है कि गेहूं लिफ्टिंग ठेकेदार का ठेका तुरंत प्रभाव से रद्द करके उसको ब्लैकलिस्ट करके उठान का टेंडर किसी ओर एजेंसी को दे दिया जाये। ताकि उठान का काम सुचारू रूप से हो सके। अगर कल तक गेहूं उठान मे तेजी नही आयी तो भाकियू जिला सचिवालय कैथल मे प्रदर्शन करेगी। कैथल की पुरानी और नई अनाज मंडी के हालात देखे तो गेहूँ के पहाड़ बने पड़े हैं पर कोई उठान नहीं और ना ही फसल उठाने का कोई इंतजाम।
खुले में पड़ी फसल पर खराब मौसम का प्रकोप जारी है मंडी के मजदूरों के हालात तो और खराब हैं। आज आलम यह है कि 7से8 दिन तक उठान की बारी ही नहीं आती तो मजदूर को भरपेट रोटी खाने की भी मजदूरी कहाँ से मिलेगी? जब तक गेहूं का उठान होकर पूरी गेहूं गोदाम तक नहीं पहुंच जाती, सरकार के मानदंडों के मुताबिक उसका भुगतान नहीं होता। ऐसे में जब अगले एक महीने तक गेहूं उठान का कोई अंदेशा ही नहीं,तो किसान का भुगतान कैसे होगा। गेहूँ का उठान न कर रहे ठेकेदारों व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। जितनी गाड़ियों का भुगतान गेहूँ लिफ्टिंग के टेंडर में हो रहा है,यह सुनिश्चित हो कि मौके पर वो गाड़ियाँ उपलब्ध हों।
सरकार फौरन आढ़तियों व किसानों को यह इख्तियार दे कि वो ट्रैक्टर ट्रॉली से गेहूँ का उठान करवा सकें, ताकि मंडियों में जो जाम की स्थिति है, उससे किसान और आढ़ती उबर पाएं। जिस किसान की फसल तुल चुकी है व खरीदी जा चुकी है, उसका फौरन भुगतान हो, उसे फसल के उठान के बार फसल को एजेंसियों के गोदाम तक गेहूँ पहुँचने का इंतजार न करना पड़े। गेंहू उठान की सबसे ज्यादा समस्याएं कैथल जिले की मंडियों से आ रही है,जिस ठेकेदार ने गेंहू उठान का पूरे जिले का ठेका ले रखा है उसके पास पर्याप्त वाहनों का प्रबंध नही है।इस मौके पर युवा जिलाध्यक्ष विक्रम दुसैण, रणधीर बरसाना, पिरथी कौल, सुरेंद्र बरटा, बलिहार साघनं, भूपेन्द्र साघनं, मोनी सिकंदर खेडी, गुरुमुख फरल, निर्मल फरल, सुभाष बरसाना,विनोद बरसाना, भीम खनौदा, अमित क्योडक, आशु कौल,रामपाल मुंदडी, लहणा मुंदडी राजेंद्र पबनावा, परमजीत फरल सहित सैकड़ो किसान उपस्थित थे।