अपने नाम के अनुसार ही महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट काम भी कर रहा है- उड्डयन मंत्री विपुल गोयल
रिपोर्ट करमजीत परवाना
पंचकूला 6 मई।
अपने नाम के अनुसार ही महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट काम भी कर रहा है यह कहना है हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल का। गोयल ने यह शब्द मंगलवार को पंचकूला में महराजा अग्रसेन ट्रस्ट के वार्षिक उत्सव में कहे। गोयल इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की।पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि सामाजिक कार्यों के साथ-साथ स्कूलों का संचालन करना और उन स्कूलों के माध्यम से शिक्षा, संस्कृति और मूल्यों का संचार करना वास्तव अर्थों में राष्ट्र की सेवा है और मैं यह कह सकता हूं कि महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट राष्ट्र की उन्नति के लिए मां भारती के यशवर्धन के लिए निरंतर काम कर रहा है।
मंत्री श्री विपुल गोयल ने कहा कि मुझे अत्यंत गर्व है कि उस परिवार का हिस्सा बनकर यहां उपस्थित हुआ हूं, जो मेहनत स्वयं करता है और उस मेहनत से प्राप्त संसाधनों को औरों की सेवा में अर्पित करता है। वेलफेयर ट्रस्ट के माध्यम से समाज को सिंचित करने वाले आप जैसे गुणीजनों के लिए ही संत कबीर ने कहा था- "वृक्ष कबहुँ ना फल भखे, नदी न संचै नीर,
उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी ने जिस समाज की स्थापना की थी, और जिस व्यवस्था को उन्होंने शुरू किया था वह आज भी समस्त विश्व के लिए आदर्श है। उनके द्वारा निर्धारित किए गए मूल्यों को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि हम अपनी पीढ़ी को शिक्षा और संस्कार दें।
असली शिक्षा मानव के गुणों को निखरती है।
मंत्री श्री विपुल गोयल ने कहा कि आज शिक्षा तो हर जगह मिल सकती है, लेकिन उसमें अच्छा और बुरा का भेद नहीं है। असल में वही शिक्षा उपयोगी है जो किसी भी मनुष्य को बेहतर बनाए और उसके अंदर छिपे गुणों को निखारे।
भारतीय संस्कृति की रक्षा में वेलफेयर ट्रस्ट का योगदान हैमंत्री ने कहा कि आप जैसी संस्थाएं विद्यालयों का संचालन कर रही हैं, इसलिए हजार चोटों के बाद भी भारत की संस्कृति और भारत के आदर्श आज भी अटूट हैं। नहीं तो अंग्रेजी शासन का पहला प्रयास यही था कि शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से भारत के लोगों को इस रूप में विकसित किया जाए कि वे अपनी ही भूमि, भाषा और संस्कृति से दूर हो जाएं और उसे छोटा समझने लगें। महाराजा अग्रसेन जी के विचारों को अपना सब कुछ मानकर सही शिक्षा का अलख जलाए रखने वाली संस्थाओं के साथ-साथ देश में अलग-अलग राष्ट्र और धर्म के लिए समर्पित संस्थाएं और शक्तियां थीं, इसलिए आज हमारा राष्ट्र बचा हुआ है। आप अब इस देश की ताकत हैं, और मैं अपने देश की ताकत से यह बताना चाहता हूं कि जो लोग, जो संगठन, जो दुश्मन भारत को चोट पहुंचा रहे हैं, उनके खिलाफ कुछ ऐसा होगा कि आने वाले समय में कोई भी भारत के विरुद्ध कुछ करने से पहले सौ बार सोचने पर मजबूर हो जाएगा।
आज पूरा देश एकजुट है और मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि इसी एकजुटता और संयम के साथ देश के आज और देश के सुनहरे भविष्य की ताकत बनें।
इस अवसर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता श्याम लाल बंसल, अग्रवाल वेलफेयर ट्रस्ट के प्रधान जगमोहन गर्ग, वित्त सचिव अनिल गोयल, महासचिव मुकेश बंसल, परियोजना अध्यक्ष अरुण सिंगल की उपस्थित थे।