मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में पंचकूला में निकाली गई ’तिरंगा यात्रा- ’एक यात्रा देशभक्ति के नाम’
बच्चों, महिलाओं सहित हजारों की संख्या में लोगों ने की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने जवानों को किया नमन, कहा ’ऑपरेशन सिंदूर- शौर्य, स्वाभिमान और नए भारत का संकल्प’
करमजीत परवाना,
पंचकूला़। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देशवासियों को बधाई दी और इसे राष्ट्र की गरिमा, शौर्य और आत्मसम्मान का प्रतीक बताते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता ने भारत के राष्ट्रीय संकल्प, सैनिकों की वीरता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की दृढ़ता को विश्व पटल पर स्थापित किया है। यह पूरे देश के लिए गौरव, आत्मसम्मान और वीरता का उत्सव है।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज पंचकूला में ’तिरंगा यात्रा -एक यात्रा देशभक्ति के नाम’ के आरंभ से पहले यवनिका टाउन पार्क में उपस्थिजन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री की अगुवाई में सेक्टर- 5 स्थित यवनिका टाउन पार्क से भारत माता की जय, वंदे मातरम जैसे नारों के साथ यात्रा आरंभ हुई और मेजर संदीप शांकला मेमोरियल पर जाकर सम्पन्न हुई। इस यात्रा में बच्चों, महिलाओं सहित हजारों लोगों ने भागीदारी की और देश के वीर सैनिकों को नमन किया। मेजर संदीप शांकला मेमोरियल पर मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रीगणों ने माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और जवानों की वीरता व साहस को नमन किया।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारे सैनिकों ने राष्ट्र को जख्म देने वालों को कड़ा सबक सिखाया है। उन्होंने भारत माता की आन-बान और सम्मान के प्रतीक राष्ट्र ध्वज तिरंगे को झुकने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा भारत माता के गौरव का उत्सव है। यह राष्ट्र के आत्मसम्मान और शौर्य का उत्सव है। यह हमारी राष्ट्रीय चेतना, एकता और स्वाभिमान की अभिव्यक्ति है। यह उन रणबांकुरों को समर्पित है, जिन्होंने दुश्मन को उसकी भाषा में जवाब दिया। यह हमें हर क्षण देशभक्ति की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे बहादुर सैनिकों ने जिस साहस, निष्ठा और अनुशासन के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, वह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय गरिमा का प्रतीक बन गया है। प्रधानमंत्री का यह स्पष्ट संदेश पूरी दुनिया ने सुना कि श्श्भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।श्श् यही नए भारत का आत्मविश्वास है और विकसित भारत की पहचान है।
’ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य रणनीति और सैनिकों के शौर्य का अद्वितीय उदाहरण
नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की सैन्य रणनीति, प्रधानमंत्री के नेतृत्व की कुशलता और सैनिकों के शौर्य का अद्वितीय उदाहरण है। इसमें आतंकवादियों के कई अड्डों को नेस्तनाबूद किया गया। पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत की संप्रभुता पर हमला करने की कीमत बहुत बड़ी होती है। जब बात देश की सुरक्षा की आती है, तो भारत कोई समझौता नहीं करता। ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने युद्ध की परिभाषा ही बदल दी।
उन्होंने कहा कि गैर-सैन्य कार्रवाई में सिंधु जल संधि निलंबित की गई। कलाकार, वीजा, व्यापार सब कुछ बंद किया। पाक नागरिकों की वापसी की, अटारी बॉर्डर सील किया, आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया और पाकिस्तान को पूरे संसार से अलग-थलग कर दिया। यह युद्ध नहीं था। यह नए भारत का प्रतिशोध था। हमारी सेनाओं ने सिर्फ मिसाइलें नहीं छोड़ीं, उन्होंने ऐसा संदेश दिया जो अमेरिका और चीन तक गूंज उठा। यह है नया भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सशक्त भारत।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन ऑपरेशन सिन्दूर शुरू किया गया उस दिन सीता नवमी थी और मंगलवार का दिन भी। नवमी के दिन नौ ठिकानों पर हमला किया। पहलगाम में बहन-बेटियों के सिंदूर उजाड़े गये थे, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा गया और सीता नवमी व मंगलवार का दिन ही था जिस दिन यह हमला किया गया। इस ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग सिंदूर को अपना सौभाग्य मानने वाली आर्मी की महिला अधिकारी सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने की।
भारत युद्ध का पक्षधर नहीं है, लेकिन जब तक शांति को कमजोरी समझा जाएगा, तो भारत चुप नहीं रहेगा
नायब सिंह सैनी ने कहा कि पहलगाम में महिलाओं को जिंदा छोड़कर आतंकवादियों ने कहा था कि मोदी को जाकर बता देना। अब मोदी ने उन्हें बता दिया है कि भारत की अस्मिता पर आंख उठाने वालों का क्या हाल होता है। उन्होंने पाकिस्तान में बैठे दानव मिटा दिये। उन्होंने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सीजफायर की बात हुई, तो भारत ने फिर संयम और शांति की मिसाल पेश की। वह केवल एक सैन्य निर्णय नहीं, बल्कि मानवीयता की ओर उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हमारे देश की परिपक्वता, विवेकशीलता और आत्मबल का प्रमाण है। प्रधानमंत्री ने संसार को भी बताया है कि हम आतंक के खिलाफ हैं और इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह दिखाता है कि भारत युद्ध का पक्षधर नहीं है, लेकिन जब तक शांति को कमजोरी समझा जाएगा, तो भारत चुप नहीं रहेगा। यही शौर्य और संयम भारत को एक महान राष्ट्र बनाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की सोच और संकल्प को दी नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नए भारत की सोच और संकल्प को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिशा दी है। उनके नेतृत्व का ही परिणाम है कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जा रही है, सेना का सशक्तिकरण किया गया है और दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने हरियाणा की जनता की ओर से प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया कि उन्होंने देश को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया बल्कि आत्मगौरव से भर दिया। हमारे देश का आत्मबल हमारी सेना है। जब हम चैन की नींद सोते हैं, तो हमारे जवान सीमा पर अपनी नींद कुर्बान करते हैं। हम अपने बच्चों को रोज स्कूल छोड़ते हैं, और वे अपने बच्चों से महीनों नहीं मिलते। जब हम तिरंगा यात्रा करते हैं, तब वे तिरंगे को अपने सीने से लगाकर शहीद हो जाते हैं। उनका साहस, उनका पराक्रम भारत की असली पूंजी है।
मुख्यमंत्री ने उन परिवारों को प्रणाम किया जिन्होंने अपने बेटे, भाई, पति को देश की रक्षा के लिए समर्पित किया और देश के नागरिकों को भी धन्यवाद किया, जिनकी एकता और अनुशासन ने इस संकट की घड़ी में संभालकर रखा।
तिरंगा यात्रा देशभक्ति और सैनिकों के सम्मान का प्रतीक- मोहन लाल कौशिक
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत ने जो लड़ाई लड़ी और जिस पराक्रम व साहस के साथ लड़ी, आज हम सब इस यात्रा के माध्यम से हमारे वीर सैनिकों को सलाम कर रहे हैं। यह तिरंगा यात्रा देशभक्ति और सैनिकों के सम्मान का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने जो पराक्रम साहस करके दिखाया उनके सम्मान में हम इस यात्रा में शामिल हुए हैं। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री की अगुवाई में लगभग 2 किलोमीटर तक हम सभी पैदल मार्च करेंगे।
वीर सैनिकों को समर्पित तिरंगा यात्रा - मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा उन सभी वीर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान इस देश के लिए दिया है। यह यात्रा उन सभी सेनानियों को भी समर्पित है, जो देश की सरहदों पर लड़ रहे हैं और दिन-रात अपना खून पसीना एक रहे हैं, जिससे हम शांति से अपने घर में चैन की नींद सो सकें। यह यात्रा उन सभी निर्दोष भारतवासियों, जिनकी निर्मम हत्या आतंकवादियों ने बहुत ही कायरतापूर्ण अंदाज में की, उनको समर्पित है। इस यात्रा के द्वारा हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि हमारे इरादे बुलंद और बहुत मजबूत है और देश का एक-एक नागरिक अपने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बलि देने के लिए पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद ने देश के नाम संबोधन दिया और उसमें उन्होंने जो संदेश दिया उसमें तीन मुख्य बिंदु थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय युद्ध का नहीं है, लेकिन यह समय आतंकवाद का भी नहीं है। टेरर के साथ ट्रेड और टॉक नहीं चल सकती। लहू और जल एक साथ नहीं बह सकते। अब बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर और उसमें पनप रहे आतंकवाद के प्रति होगी।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, महीपाल ढांडा, डॉ. अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, कृष्ण कुमार बेदी, राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा, विधायक योगेंद्र राणा, विनोद भ्याना, प्रमोद विज, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के. मकरंद पांडुरंग, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, डीसीपी हिमाद्री कौशिक, अतिरिक्त उपायुक्त निशा गर्ग, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, नगराधीश विश्वनाथ, मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल, बीजेपी के जिला अध्यक्ष अजय मितल, गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष बंतों कटारिया सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।