जिला बार एसोसिएशन ने बार परिसर में भगवान परशुराम जयंती उल्लास के साथ मनाई
रिपोर्ट मोहित गुलाटी
कैथल। जिला बार एसोसिएशन की ओर से आज बार परिसर में भगवान परशुराम जयंती परम श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत हवन यज्ञ के साथ हुई। इस मौके पर कपिल शर्मा, सतपाल दयोरा, अशोक गौतम, जितेन्द्र शर्मा सपत्नीक यजमान के रूप में उपस्थित थे। उनके अतिरिक्त एडवोकेट पीएल भारद्वाज, ओम प्रकाश शर्मा, सोमदत शर्मा, दिनेश त्यागी, दिनेश पाठक, उमेश शर्मा, पवन गौतम, मुकेश शर्मा, सहित अनेक वकील यज्ञ में शामिल हुए। पं. विजय शास्त्री ने संपूर्ण विधि के साथ यज्ञ संपन्न करवाया। उन्होंने मंत्रों का उच्चारण कर उनका हिंदी में अनुवाद कर अर्थ बताते हुए कहा कि यज्ञ के दौरान ‘परशुरामाय नम:’ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना बेहद शुभ माना जाता है। इस बार अक्षय तृतीया पर आज के दिन त्रिपुष्कर और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम हिन्दू धर्म की उन आठ चिरंजीवी में से हैं जिनका उल्लेख रामायण से लेकर महाभारत तक मिलता है। जिला बार एसोसिएशन में प्रधान संदीप शर्मा ने भगवान परशुराम के अवतार के बारे में बताया कि उनको न्याय और धर्म की रक्षा करने वाला अवतार माना जाता है।परशुराम जी का अवतरण धरती पर अधर्म खत्म करने के लिए हुआ
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक परशुराम जी का जन्म वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानि अक्षय तृतीया के दिन हुआ था। इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि परशुराम जी का अवतरण धरती पर अधर्म को खत्म करने के लिए हुआ था। त्रेता युग में भी इसी तरह के हालात थे और अत्याचारी आम जनमानस पर अत्याचार कर रहे थे। उसी समय परशुराम जी का अवतार हुआ। उन्होंने आततायियों का वध कर धर्म की सत्ता को स्थापित किया। हवन के बाद लगाए गए भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
फोटो कैप्शन
30 कैथल 01 ः हवन में आहूति डालते हुए वकील।