अरावली जिले के भिलोडा में आदिवासी हाट बाजार का उद्घाटन किया गया।
2.86 करोड़ रुपये की लागत से बने इस आदिवासी हाट बाजार से स्थानीय आदिवासी लोगों का विकास होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट भरतसिंह आर ठाकोर अरवल्ली
गुजरात सरकार ने आदिवासी लोगों के कमजोर आर्थिक,सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के उत्थान और आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए एकीकृत आदिवासी कल्याण योजना के तहत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लगातार लागू किया है।जिसके माध्यम से आदिवासी लोग आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। जिले के आदिवासी समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा से, परियोजना प्रबंधक, अरावली के नियंत्रण में आने वाले आदिवासी हाट बाजार का आज उद्घाटन किया गया। आज का कार्यक्रम भिलोदा विधायक पी.सी. बरंडा की अध्यक्षता में और परियोजना प्रशासक विकास सक्सेना और जिला ग्रामीण विकास एजेंसी के निदेशक राजेश कुचारा की प्रेरक उपस्थिति में हुआ।इस बाजार का निर्माण 2.86 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस बाजार में आदिवासी भाई-बहनों द्वारा पारंपरिक रूप से बनाई गई वस्तुओं की बिक्री होगी। सखी मंडल और वन मंडल स्थानीय उत्पादों का उत्पादन कर अधिकतम आय अर्जित कर सकें, इस उद्देश्य से इस बाजार का निर्माण किया गया है।
सखी मंडल की बहनों की उपस्थिति में ड्रॉ प्रणाली के माध्यम से ग्रामीण बाजार की दुकानों का आवंटन किया गया, जिसमें से आज कुल 49 सखी मंडल समूहों को ग्रामीण बाजार की दुकानें आवंटित की गईं। वे इन दुकानों का उपयोग कटलरी, रेडीमेड कपड़े, स्मारिका रस्सी, साड़ी केंद्र, सिलाई कार्य, डिशी बीज उत्पाद, किराना जैसे कार्यों के लिए करेंगी और अपने आत्मनिर्भर जीवन की ओर कदम बढ़ाएंगी।