दुर्गूकोदल में कर्मयोगी सेवा अभियान के तहत बैठक, विकास योजनाओं और सर्वे पर हुई विस्तृत चर्चा।
पत्रकार - स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
दुर्गूकोदल। ग्राम पंचायत दुर्गूकोदल में सोमवार को कर्मयोगी सेवा अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता ग्राम पंचायत की सरपंच शकुंतला नरेटी ने की। इसका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों के लाभार्थियों का सर्वेक्षण करना और गाँव में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा करना था।बैठक की शुरुआत में सरपंच ने कर्मयोगी सेवा अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस अभियान का लक्ष्य समाज के हर वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना और स्थानीय स्तर पर आने वाली समस्याओं को हल करना है। बैठक में विशेष रूप से अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लाभार्थियों के सर्वे पर विस्तार से बात की गई, ताकि सभी पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके।
बैठक में पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा की स्थिति और अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा की गई। उपस्थित अधिकारियों और पंचों ने इन समस्याओं का विश्लेषण किया और उन्हें हल करने की रणनीति पर चर्चा की।
स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा के दौरान, ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाओं में सुधार की मांग की। शिक्षा के क्षेत्र में, बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने, स्कूल भवनों की मरम्मत करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई। पेयजल की समस्या को हल करने के लिए बस्तियों में नियमित रूप से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रस्ताव भी रखा गया।
बैठक में प्रभारी बीई कमला सोनवानी, ग्राम पंचायत सचिव नारायण नेताम, उप सरपंच तामेश्वरी जैन, वार्ड पंच मंजू दुग्गा, करिश्मा दुग्गा, सावित्री बघेल के साथ-साथ कई ग्रामीण और लाभार्थी भी मौजूद थे। सभी ने अपने सुझाव दिए और योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक का समापन करते हुए सरपंच शकुंतला नरेटी ने कहा कि ग्राम पंचायत की पहली प्राथमिकता लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है। उन्होंने अधिकारियों और पंचों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि कर्मयोगी सेवा अभियान के तहत दुर्गूकोदल को मॉडल पंचायत बनाने का लक्ष्य है।
उपस्थित ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि अगर योजनाएं ठीक से लागू होती हैं, तो गांव में विकास की गति और भी तेज होगी।