प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कें हुईं खस्ताहाल, ग्रामीणों को हो रही परेशानी।
पत्रकार- स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत वर्ष 2012 में करोड़ों की लागत से बनी बड़गांव से मंगहूर तक की सड़क अब ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। लगभग 7.5 किलोमीटर लंबी यह सड़क, जिसे कुलकर्णी साहू एंड बिल्डकॉन्स प्राइवेट लिमिटेड, भिलाई द्वारा बनाया गया था, अब पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह चार फ़ीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे यह पहचानना मुश्किल हो गया है कि यह सड़क है या सिर्फ गड्ढों का पुल।*बदहाली का कारण: अधिकारियों की अनदेखी*
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने के बाद से न तो ठेकेदार ने इसकी कोई सुध ली और न ही विभागीय अधिकारियों ने। यही वजह है कि सड़क की वर्तमान हालत से न तो ठेकेदार वाकिफ हैं और न ही अधिकारी। यह मार्ग बड़गांव को हमातवाही, नेलचाग और कोड़ेकुर्सी जैसे महत्वपूर्ण गांवों से जोड़ता है। इस मार्ग पर पूरे इलाके के ग्रामीण नियमित रूप से आवागमन करते हैं, लेकिन सड़क की खराब स्थिति के कारण उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
*पखांजूर में कार्यालय की आवश्यकता*
ग्रामीणों ने इस बात पर भी रोष व्यक्त किया है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के उच्च अधिकारी केवल भानुप्रतापुर कार्यालय में ही मिलते हैं। पखांजूर क्षेत्र में भी इस योजना के तहत कई सड़कें बनी हैं, लेकिन उनकी देखरेख भानुप्रतापुर से की जाती है। इस दूरी के कारण जिम्मेदार इंजीनियरों को यह पता ही नहीं चलता कि कौन सी सड़क खस्ताहाल हो गई है। ग्रामीणों ने इस लापरवाही पर अपनी नाराजगी जताते हुए तत्काल मरम्मत की मांग की है।
*ई. ई. ने दिया आश्वासन*
इस मामले पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भानुप्रतापुर के ई.ई. राहुल चंद्राकर ने कहा, "आपके माध्यम से मुझे इस सड़क की खराब हालत की जानकारी मिली है। मैं जल्द ही इसका निरीक्षण करवाऊंगा और बहुत जल्द सड़कों की हालत को सुधारा जाएगा।"
ग्रामीणों को उम्मीद है कि अधिकारियों का यह आश्वासन जल्द ही हकीकत में बदलेगा और उन्हें इस जर्जर सड़क से जल्द ही मुक्ति मिलेगी।