मधुबनी/ बिहार
ब्यूरो चीफ बिहार राजेश कुमार मिश्रा।
(बता दें कि झंझारपुर में रसोईयां का जिला सम्मेलन आज किया गया, जिसमें न्युनतम वेतनमान राशि की उठाई गई मांग)
झंझारपुर/मधुबनी
रविवार को मिड डे मील वर्कर्स रसोईयां यूनियन का पांचवां जिला सम्मेलन झंझारपुर में आयोजित किया गया है। इस सम्मेलन में बतौर सीटू नेता और रसोईयां संघ के प्रभारी दिलीप झा ने उद्घाटन करते हुए कहा कि आज रसोईयां की हालात सबसे दयनीय है। बिहार के डबल इंजन की सरकार ने रसोईयां को न्युनतम वेतनमान भी नहीं दे पा रही है। आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से अविलंब वेतन मान बढ़ाने, मातृत्व लाभ देने, साल में बारह महीने काम लेने के बदले दस महीने का वेतन देने की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कुछ विद्यालय में प्रधानाचार्य के द्वारा रसोईयां से दुसरे तरह के काम करवाए जाते हैं जिसे तुरंत रोक लगाए, साथ ही प्रधानाचार्य के द्वारा बिना कारण के विद्यालय से रसोईयां को हटाने की कड़ी आलोचना की है। आगे उन्होंने मोदी सरकार और नीतीश सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि एक तरफ बड़े उद्योगपतियों को लाखों करोड़ों रुपए माफ किए जाते हैं, तो वहीं, रसोईयों को वेतन नहीं दिया जा रहा, साथ ही कहा कि प्रत्येक रसोईयां को नियोजन पत्र देने, अनुकम्पा पर बहाल करने, आकस्मिक निधन पर 10 लाख रुपए देने की मांग किया। साथ ही मिड डे मील रसोईयां में 25 सदस्यों का एक जिला कमिटी बनाया गया। जिसमें अध्यक्ष वीणा देवी और सचिव अजय कुमार 'अमर' को बनाया गया, जिसमें राज कुमार राम, शिव राम मंडल, शिव नारायण यादव, शिव देव यादव, केदार झा, सीता देवी, बिंदेश्वरी देवी, पिंकी देवी, नाजदा खातून, सुधीरा देवी, सुमित्रा देवी, अमरीकी देवी, लालदाई देवी, पन्नो देवी, मेहरन खातून सहित अन्य नेताओं को कमिटी का सदस्य बनाया गया जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता वीणा देवी और शिवराम मंडल ने किया, साथ ही रिपोर्ट पेश अजय कुमार 'अमर' ने किया।