विनोद कुमार पांडे ब्यूरो चीफ
भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कोड़ा /बाजार में कांग्रेस की आम सभा
मनरेगा पर हमला, गरीब–मजदूर–ग्रामीणों के अधिकारों पर सीधा प्रहार
मनेंद्रगढ़ (कोड़ा बाजार)।केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से महात्मा गांधी जी का नाम हटाने एवं योजना को कमजोर/समाप्त करने की मंशा के विरोध में कल जिला कांग्रेस कमेटी (एमसीबी) द्वारा कोड़ा बाजार में एक विशाल आम सभा का आयोजन किया गया।
आम सभा का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री अशोक श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने एकजुट होकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध दर्ज कराया और मनरेगा को बचाने का संकल्प लिया।सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री अशोक श्रीवास्तव ने कहा— “मनरेगा केवल एक योजना नहीं, बल्कि करोड़ों गरीबों, मजदूरों और ग्रामीण परिवारों के जीवन की सुरक्षा है। गांधी जी के नाम को हटाने की साजिश दरअसल उनकी समानता, श्रम और न्याय की विचारधारा को कमजोर करने का प्रयास है। कांग्रेस पार्टी इस जनविरोधी कदम को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी और सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रखेगी।”
जिला कांग्रेस प्रवक्ता श्री सौरव मिश्रा ने अपने वक्तव्य में कहा— “भाजपा सरकार गरीबों से उनका हक छीनने पर आमादा है। मनरेगा को कमजोर करना सीधे-सीधे रोजगार पर हमला है। यह केवल नाम बदलने का मुद्दा नहीं, बल्कि मजदूरों की मजदूरी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सामाजिक न्याय को खत्म करने की साजिश है। कांग्रेस हर स्तर पर इसका विरोध करेगी।”
आदिवासी नेता श्री युधिष्ठिर कमरों ने कहा— “आदिवासी और ग्रामीण समाज के लिए मनरेगा जीवनरेखा है। इसे खत्म करना आदिवासी समाज को फिर से पलायन और भुखमरी की ओर धकेलने जैसा है। गांधी जी के नाम और उनके विचारों पर हमला आदिवासी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।”भौता सरपंच श्री अमृत सिंह ने कहा—“गांवों में मनरेगा से रोजगार, सम्मान और आत्मनिर्भरता मिली है। भाजपा सरकार गांव–गरीब विरोधी मानसिकता से इस योजना को कमजोर कर रही है। ग्राम पंचायतें और ग्रामीण जनता कांग्रेस के साथ मिलकर मनरेगा बचाने की लड़ाई लड़ेंगी।”
आम सभा में कांग्रेसजनों ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि जब तक मनरेगा और गरीबों के अधिकार सुरक्षित नहीं हो जाते, तब तक यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा।


