सहकारी समितियों से किसानों को भरपूर मात्रा में नहीं मिल रही खाद फसल हो रही चौपट।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई
मल्लावा हरदोई, सहकारी सोसाइटी समितियों पर खाद की लाइन में लगे किसान भूख से तड़प कर सरकार पर लगा रहे आरोप कहां कि सचिव अपने चाहेतो को पहले ही अंगूठा लगवा कर लाइन से हटा देते हैं उसके बाद आमतौर पर अंगूठा लगवा कर फॉर्मेल्टी अदा करके पूरा दिन समिति पर बैठाए रहते हैं भूख प्यास से तड़पते किसान सरकार को कोसते रहते हैं जबकि जिला अधिकारी हरदोई द्वारा शिकायत मिलने पर समिति खुलने का समय भी परिवर्तन किया है वहीं विभाग के उच्च अधिकारी आशीष मेहता ने बताया कि खाद्य वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कृषि विभाग ने एक नया कदम उठाया है विभाग अपडेट सॉफ्टवेयर के जरिए खाद वितरण प्रणाली को नियंत्रित करेगा। एआर कोऑपरेटिव आशीष मेहता के अनुसार अब तक पीओएस मशीन से बायोमेट्रिक के माध्यम से खाद्य का वितरण किया जाता था इसमें किसानों का रिकॉर्ड तो रहता था लेकिन यह पता नहीं चल पाता था कि किसान पहले कितनी बार उर्वरक ले चुका है। उन्होंने बताया कि नई सॉफ्टवेयर प्रणाली में किसान अपनी जमीन के रकबे के अनुसार ही खाद ले सकेंगे। तय सीमा से अधिक यूरिया या अन्य खाद नहीं मिल पाएगी। किसान अगर किसी अन्य केंद्र से भी खाद लेने की कोशिश करेंगे तो लेनदेन अस्वीकृत हो जाएगा। मंगलवार से शुरू होने वाली इस व्यवस्था से किसानों को एक निश्चित मात्रा में ही उर्वरक मिलेगी इससे खाद की किल्लत और कालाबाजारी पर रोक लगेगी साथ ही सभी किसानों को समान रूप से खाद्य का वितरण हो सकेगा। जिले में 650 से अधिक निजी उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द होने के बाद सहकारी समितियों पर दबाव बढ़ा है ।पहले समितियों से 30% उर्वरक बितरण होता था अब यह 90% तक पहुंच गया है इससे समितियों पर किसानों की भीड़ बढ़ी है। भीढ़ बढ़ने के कारण समितियों पर अफरा तफरी और मारपीट की भी वारदात होने की बातें सामने आई हैं।
कहीं-कहीं पर समय कम होने के कारण भी खाद का वितरण सही तरीके से नहीं हो पाता था जिस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए सभी खाद्य वितरण समितियां को सुबह 8:00 से लेकर शाम 6:00 बजे तक खुलने का निर्देश जारी किया है। किसानों का कहना है कि जिलाधिकारी का यह निर्णय तो अच्छा है लेकिन समितियों पर जब भरपूर मात्रा में खाद होगी तभी इस निर्देश का उपयोग समझ में आता है।
किसानों से मिली जानकारी कि मल्लावां विकासखंड के ग्राम शाहपुर गंगा समिति पर ताला बंद पड़ा मिला काफी संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने बताया कि दोपहर होने को आई है और अभी तक खाद वितरण के लिए समिति का ताला नहीं खुला। जब पता किया गया तो पता चला जिम्मेदार अधिकारी किसी दूसरी समिति पर खाद वितरण करा रहे थे। जानकारी के अभाव में काफी संख्या में इकट्ठे हुए किसानों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई थी कि समिति का ताला खुलेगा या नहीं।
इसी तरह से समिति पर इकट्ठा किसानों ने बताया कि मल्लावां माधवगंज विकासखंड में समिति के सचिव अपने चाहतों को पहले लाइन में लगाकर अंगूठा लगवा लेते हैं उसके बाद में आमतौर पर कार्य शुरू करते हैं जिसको लेकर किसानों में आक्रोश है।