*वाइब्रेंट गुजरात-वाइब्रेंट पाटण*
*प्रभारी मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा की उपस्थिति में ‘वाइब्रेंट गुजरात, वाइब्रेंट पाटण’ समिट आयोजित*
*पाटण के उद्योगपतियों ने राज्य सरकार के साथ किए ₹43 करोड़ के एम.ओ.यू.*
*उत्तर गुजरात का कुल निर्यात 3.3 अरब डॉलर, जबकि पाटण का निर्यात 22.96 करोड़ डॉलर*
*प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के विज़नरी मार्गदर्शन में गुजरात बना विकास का ग्रोथ इंजन*
रिपोर्ट भरतसिंह आर ठाकोर अरवल्ली गुजरात
* वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस, नॉर्थ गुजरात के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में प्रभारी मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा की उपस्थिति में ‘वाइब्रेंट गुजरात, वाइब्रेंट पाटण’ समिट का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पाटण के उद्योगपतियों ने राज्य सरकार के साथ ₹43 करोड़ के एम.ओ.यू. किए, जिससे 500 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है।वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2027 की प्री-इवेंट के रूप में आयोजित इस समिट में विशेषज्ञ वक्ताओं ने उद्योग पंजीकरण, सिंगल विंडो क्लियरेंस एक्ट, MSME, आत्मनिर्भर गुजरात योजना 2022, गुजरात टेक्सटाइल पॉलिसी–2019, ZED प्रमाणपत्र प्रक्रिया, विभिन्न उद्योग-हितैषी योजनाएं, बैंकिंग एवं वित्त, PM माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) योजना और गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस जैसी जानकारियां दीं। साथ ही, छोटे-मध्यम उद्योगकारों एवं निवेशकों को मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि वर्ष 2003 में जब वाइब्रेंट समिट की शुरुआत हुई, तब से गुजरात की स्थिति में व्यापक बदलाव आया है। इसके लिए हमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करना चाहिए। वर्ष 2003 में शुरू किए गए इस एक पहल ने गुजरात को देश का ग्रोथ इंजन बनाने के साथ-साथ वैश्विक पहचान भी दी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में GST ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार करके अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है। आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में आत्मनिर्भर गुजरात की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। गुजरात आज देश में निर्यात में अग्रणी है। सिंगल विंडो सिस्टम, लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश-अनुकूल वातावरण, बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर और गुड गवर्नेंस के चलते विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां गुजरात में निवेश कर रही हैं। यही कारण है कि पिछले 20 वर्षों से सबसे अधिक रोजगार देने में गुजरात अग्रसर रहा है।
गुजरात के कुल निर्यात में उत्तर गुजरात का योगदान 3.3 अरब डॉलर है, जिसमें पाटण की हिस्सेदारी 22.96 करोड़ डॉलर है। पाटण के प्रसिद्ध पटोला शिल्प को जीवंत बनाए रखने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का विशेष योगदान है। उनके मार्गदर्शन में स्थानीय हुनर और कारीगरी को प्रोत्साहन देकर लोकल उत्पादों को ग्लोबल मार्केट दिलाने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। गांव समृद्ध हो, कारीगर समृद्ध हो, इस दिशा में नीतियां बनाई जा रही हैं। ‘माइंड टू मार्केट’ की अवधारणा के तहत स्थानीय पहचान को वैश्विक पहचान देने के लिए सरकार सशक्त मंच उपलब्ध करा रही है।
माननीय मंत्री ने कहा कि ‘‘भारत का भाग्य हमें स्वयं गढ़ना है’’ और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ मंत्र को सार्थक करते हुए उन्होंने भारत के नए युग की रचना के लिए तन-मन-धन से योगदान करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर उद्योग विभाग की प्रधान सचिव एवं जिला प्रभारी सचिव सुश्री ममता वर्मा ने वाइब्रेंट समिट के 20 वर्षों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और बताया कि पहली बार इसे स्थानीय स्तर पर आयोजित किया गया है ताकि हर क्षेत्र अपनी पहचान प्रदर्शित कर सके। उन्होंने जिला उद्योगपतियों और स्टार्टअप उद्यमियों को मेहसाणा में आयोजित होने वाले वाइब्रेंट रीजनल कॉन्फ्रेन्स में भाग लेने का निमंत्रण दिया।
जिला प्रशासन द्वारा पाटण जिले के उद्योग जगत और स्थानीय उद्यमियों को अधिकतम लाभ मिल सके, इसके लिए सुव्यवस्थित कार्यक्रम रखा गया। आयोजन के दौरान एक्सपोर्ट चैलेंजेस और GI-टैग विषय पर विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन दिया। भविष्य में यह पहल स्थानीय रोजगार और जिले के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
वाइब्रेंट गुजरात-वाइब्रेंट पाटण समिट में प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इसमें MSME, गारमेंट्स, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम, टेराकोटा, पैचवर्क, पटोला, देहड़ा शिल्प, ऑर्गेनिक फूड, मिलेट्स फूड, मुंद्रा लॉन, आयुर्वेदिक दवाएं, प्राकृतिक खेती उत्पाद, गौ-आधारित उत्पाद और PM विश्वकर्मा पंजीकरण आदि से जुड़े स्टॉल लगाए गए, जिनका माननीय मंत्री जी ने अवलोकन किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हेतलबेन ठाकोर, विधायक श्री लविंगजी ठाकोर, हुडको के चेयरमैन श्री के.सी. पटेल, कलेक्टर श्री तुषार भट्ट, जिला विकास अधिकारी श्री सी.एल. पटेल, उद्योग समूहों के प्रतिनिधिगण, MSME उद्योगपति, औद्योगिक संघ, बिल्डिंग एसोसिएशन्स, महिला मंडलियों के सदस्य, सहकारी मंडलियों एवं एफपीओ के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी दी।

